बरसात में मुर्गी पालन। जाने कैसे करें बरसात में मुर्गी पालन।murgi palan in rainy day

 

बरसात में मुर्गी । बरसात में ब्रॉयलर मुर्गी पालन। Barsat me murgi plan|




बरसात में मुर्गी पालन कैसे करे , बरसात में मुर्गी पालन में कौन कौन सी समस्या होती है। बरसात में मुर्गी को कौन सी बीमारी होती है । आज आप सभी जानकारी इस पोस्ट में जनाने वाले है। 


     



नमस्कार किसान भाइयो, मैं एक पोल्ट्री trainer हु। और मैं sateeshpoultry.com website पर पोल्ट्री रेट,ब्रायलर और लेयर का पालन  , पोल्ट्री दवा , पॉल्ट्री सामाचार आदि की जानकारी दी जाती है। चलिए जानते हैं कि बरसात में मुर्गी पालन कैसे करे।





बरसात में ब्रॉयलर मुर्गी पालन| barsat me murgi plan |



बरसात में मुर्गी पालने में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन यह एक ऐसा मौसम है जहाँ मुर्गी पालन करने पर एक अच्छी कमाई होती है।

गर्मी में मुर्गियों को पालना कुछ कठिन रहता है। जैसे मुर्गी का वजन नही बढता है। और fcr भी बढ़ जाता है। जिससे फार्मर को हानि होती है। लेकिन गर्मी के मौसम के बाद बरसात में मुर्गी पालन करने पर एक अच्छी कमाई होती है क्योंकि मौसम बहुत गर्म नही होता है।

लेकिन कुछ हमारी गलती के कारण से बारिस के मौसम में परेशानी का सामना करना पड़ता है। 

जाने क्या गलती करते है फार्मर 






जाने बरसात से पहले क्या करे तैयारी | poultry management in rainy day |



  • बारिश के मौसम ध्यान रखें कि फार्म के बगल में पानी का जमाव न हो। क्योंकि पानी के जमाव होने कारण उसमे बैक्टरिया आदि उत्पन्न होने लगते है। और ये बैक्टरिया फार्म में भी प्रवेश कर सकते हैं। और मुर्गियों को बीमार कर सकते है।

  • यदि फार्म में किसी तरह से पानी अंदर आता  है। तो इसे फार्म के अंदर आने से रोके ।

  • यदि फार्म में किसी प्रकार का नमी हो तो उसे जरूर सूखा ले ।

  • फार्म के पर्दे को सही से कर ले ताकि बारिश होने पर फार्म के अंदर पानी न आने पाए।

  • यदि फार्म के छत में किसी प्रकार का पानी आने की समस्या हो तो उसे तुरंत ठीक करे।

  • फार्म जाने से पहले पैर को जरूर धुले और तब फार्म के अन्दर जाए।

  • फार्म में लिटर को गिला न होने दे।

  • पानी मे जरूर aquacure दवा मिला कर दे।


         


      


लिटर कैसे सूखा रखे| poultry me litter ko kaise Sikhs rakhe |



मुर्गी की देखभाल बरसात में करना केवल एक बात पर निर्भर करता है। वो है लिटर की व्यवस्था । यदि फार्म में लिटर गीला है। तो मुर्गियों में कई तरह के बीमारी आती है। अमोनिया काफी तेजी से बनता है। आप अमोनिया की पहचान तब कर सकते हैं जब आप फार्म में जाते है तो तीखी गंध और आंखों में यह गंध लगती है। तो आप समझ जाएं कि आपके फार्म में अमोनिया गैस बन रहा है। और यह गैस तभी बनता है जब फार्म के अंदर की जमीन गीली(नमी) होती है। जमीन गिला होना के कारण से अमोनिया गैस बनने के 100% चांस रहते है


  • फार्म में लिटर को सूखा रखेने के लिए उसमे फार्म में जहाँ नमी हो वहाँ चूना का छिड़काव करें। 

  • चूना के छिड़काव करने से नमी के कारण उत्पन्न होने वाली बीमारियो को नही पनपाने देता है।

  • यहां जमीन को सूखा कर देता है।

  • Bacterial बीमारी को खत्म कर देता है।



Suggestions:

                        यदि फार्म में लिटर ज्यादा गिला हो जाये तो उसे आप कोशिश करें कि बाहर निकाल दे । क्योंकि यदि लिटर गिला होगा तो मुर्गी में काकसिडिया , ई कोली ,आदि बीमारी होने का खतरा रहता है।


      




बरसात में मुर्गी को कौन सी बीमारी होती है | Poultry disease in rainy day |



बरसात में मौसम परिवर्तन होने के कारण कई बीमारी फार्म के अंदर आती है। और फर्म में नमी होने पर भी बीमारी को और तेजी से फैलाने में मदद मिल जाती है।

(और हमे ऊपर पढ़ा नमी कैसे खम करें) 


कोसिडिया रोग :

                     यह रोग प्रायः लिटर गिला होने से, दाने में ख़राबी होने पर उत्पन्न होता हैं। या तो मुर्गी लिटर जब खाती है तब यह रोग हो जाता है। 


Crd रोग :

           यह रोग प्रायः मौसम के परिवर्तन और जैसा कि आप जानते हैं कि बरसात में कभी गर्मी होगी तो कभी नहीं, इन्ही बदलाव के कारण और वेंटिलेशन में कमी होने के कारण यह रोग होता है।



Full deital में : crd रोग । crd bimari।



सड़न रोग 

          भी बरसात में होने लगता है। यह फार्म के अंदर मख्खियों के आने और नमी के काऱण के मुर्गी के पीछे सड़न होने लगता हैं। 

बचाव 

  • जिस मुर्गी को यह सड़न वाली बीमारी हो उसे तुरंत अलग कर दे ।

  • क्लीनर(cleaner) नाम का एक दवा आता है जो आपके बाजार में मेडिकल दुकान पर आसानी से मिल जाएगा।

  • उसे लाकर 1 लीटर पानी मे 1 डिब्बी जिसमे लगभग 5 ml होता है उसे मिला कर उस सड़न वाले जगह पर स्प्रे करे ।

  • इसे 3-4 बार स्प्रे दिन में करे।



और बीमारी जैसे ई कोलाई , निमोनिया, crd, सड़न आदि बीमारी होने लगती हैं।







बरसात में मुर्गी पालन करने की सावधानियां


  • मुर्गी फार्म में नमी न होने दे।

  • लिटर को गिला ना होने दे। लिटर को कोशिश करे कि सूखा ही रहे।

  • फीड को कही सुरक्षित जगह पर रखे। ताकि फीड में नमी न आये।

  • फार्म के बाहर कही पानी का जमाव ना होने दे।

  • फार्म के पर्दे को ठीक से रखें।

  • फार्म के बाहर फॉर्मोलीं या viraclean दवा का जरूर उपयोग करें।

  • बिना पैरों को धुले फार्म के अंदर ना जाए



Hello किसान भाइयों उम्मीद है कि आपको यह समझ आ गया हो कि बरसात में मुर्गी पालन कैसे करें।यदि इस पोस्ट से सम्बंधित कोई सवाल हो तो उसे जरूर comment बॉक्स में लिखे।



    












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